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  • टाटा पावर ( TATA Power ) और DDCOK के बीच समझौता ( Agreement): देश का सबसे बड़ा हाइड्रो प्रोजेक्ट बनेगा

    टाटा पावर ( Tata Power) ने हाल ही में DDCOK Green Power के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता (Agreement) किया है।

    इस साझेदारी के तहत देश का सबसे बड़ा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट बनाया जाएगा, जो भारत की ग्रीन एनर्जी क्षमता को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।


    लागत (Project Cost)

    इस मेगा हाइड्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग ₹13,100 करोड़ अनुमानित है।
    प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद यह भारत में Green Energy का एक बड़ा स्रोत बनने की क्षमता रखता है।


    कितनी बिजली बनेगी? (Power Generation)

    प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद:

    • कुल 8 यूनिट्स से बिजली उत्पादन किया जाएगा

    • प्रत्येक यूनिट से 187.5 MW बिजली उत्पन्न होगी

    • कुल मिलाकर 6 यूनिट्स का निर्माण किया जाएगा (जैसा कि दिए गए नोट में उल्लेखित)


    प्रोजेक्ट का महत्व क्या है?

    यह बड़ा हाइड्रो प्रोजेक्ट न सिर्फ साफ और नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध कराएगा, बल्कि:

    • बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा करेगा

    • Buy और Sell की क्षमता को मजबूत करेगा

    • भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता में योगदान देगा

  • “Will the Indian Stock Market Open in the Green  on Monday? Know the Reasons”

    “Will the Indian Stock Market Open in the Green on Monday? Know the Reasons”


    1. अमेरिकी बाज़ार (Dow Jones) में 1% से अधिक की मजबूती

    पिछले ट्रेडिंग सेशन में Dow Jones 1% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ, जिससे सामान्य तौर पर एशियाई बाज़ारों में पॉज़िटिव माहौल बनता है।
    लेकिन बाज़ार हमेशा सीधे-सीधे ग्लोबल ट्रेंड को फॉलो नहीं करता, खासकर जब domestic market पहले से एक दायरे में फंसा हो।


    2. भारतीय बाजार ( Indian Market )  26,000 के स्तर पर लगातार टिके हुए

    बीते कुछ दिनों से भारतीय बाजार (Nifty 50) लगभग 26,000 के आसपास कंसोलिडेशन मोड में है।
    इसका मतलब:

    • न तो बाज़ार में मजबूत बढ़त दिख रही है

    • न ही तेज गिरावट

    • निवेशक बड़े फैसलों से पहले इंतज़ार की रणनीति अपना रहे हैं

    कभी बाजार धीमा पड़ता है, कभी हल्की तेजी दिखाता है—यह व्यवहार बताता है कि बाज़ार फिलहाल “ब्रेकआउट” का इंतजार कर रहा है।



  • PhysicsWallah IPO: जानिए कीमत, तारीखें, लॉट साइज और अन्य जरूरी जानकारी

    PhysicsWallah IPO: जानिए कीमत, तारीखें, लॉट साइज और अन्य जरूरी जानकारी

    एडटेक  कंपनी PhysicsWallah (PW) अपना पहला पब्लिक इश्यू यानी IPO लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने अपने IPO का प्राइस बैंड ₹103 से ₹109 प्रति शेयर तय किया है। आइए जानते हैं इस बहुचर्चित IPO से जुड़ी सभी अहम जानकारियां —


    💰 PhysicsWallah IPO Price Band और Face Value

    • Face Value: ₹1 प्रति इक्विटी शेयर

    • Price Band: ₹103 से ₹109 प्रति शेयर

    • Floor Price: फेस वैल्यू का 103 गुना

    • Cap Price: फेस वैल्यू का 109 गुना


    📅 PhysicsWallah IPO Important Dates

    प्रक्रिया तारीख
    Anchor Investors Allocation सोमवार, 10 नवंबर 2025
    IPO Opening Date मंगलवार, 11 नवंबर 2025
    IPO Closing Date गुरुवार, 13 नवंबर 2025
    Basis of Allotment Final शुक्रवार, 14 नवंबर 2025
    Refund Initiation सोमवार, 17 नवंबर 2025
    Shares Credit to Demat सोमवार, 17 नवंबर 2025
    Listing on BSE & NSE मंगलवार, 18 नवंबर 2025

    📦 PhysicsWallah IPO Lot Size

    • 1 लॉट = 137 इक्विटी शेयर

    • इसके बाद लॉट का साइज़ 137 शेयरों के गुणक में ही होगा।


    🧾 IPO Reservation Details

    • Qualified Institutional Buyers (QIB): कम से कम 75%

    • Non-Institutional Investors (NII): अधिकतम 15%

    • Retail Investors: अधिकतम 10%

    • Employees Reservation: ₹70 मिलियन मूल्य के शेयर


    🏦 PhysicsWallah IPO Listing

    PhysicsWallah के शेयर BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होंगे। लिस्टिंग की संभावित तारीख 18 नवंबर 2025 (मंगलवार) है।


    📊 निवेशकों के लिए मुख्य बिंदु

    • कंपनी भारत की प्रमुख एडटेक स्टार्टअप्स में से एक है।

    • IPO से प्राप्त फंड कंपनी अपने विस्तार और टेक्नोलॉजी विकास के लिए उपयोग करेगी।

    • लघु निवेशकों के लिए यह IPO एक मध्यम जोखिम लेकिन दीर्घकालिक संभावना वाला विकल्प माना जा रहा है।

  • “Eternal Q1FY26 रिज़ल्ट्स: Blinkit से ग्रोथ, शेयरों में उछाल और ₹3 लाख करोड़ का मुकाम”

    “Eternal Q1FY26 रिज़ल्ट्स: Blinkit से ग्रोथ, शेयरों में उछाल और ₹3 लाख करोड़ का मुकाम”

     

    📈 Eternal-Zomato Q1 FY26 परिणाम: शेयरों में तेज़ी, Blinkit बना ग्रोथ का इंजन

    फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zomato और क्विक-कॉमर्स कंपनी Blinkit की पेरेंट Eternal के शेयरों में मंगलवार को 14.8% की ज़बरदस्त उछाल दर्ज की गई। BSE पर ₹311.6 के ऑल-टाइम हाई पर पहुंचते हुए कंपनी का मार्केट कैप ₹3 लाख करोड़ को छू गया।

    🔍 कमाई की झलक: राजस्व में बूम, मुनाफे में गिरावट

    Q1FY26 में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹25 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹253 करोड़ था। बावजूद इसके, राजस्व 70.3% बढ़कर ₹7,167 करोड़ पर पहुंचा। समेकित समायोजित राजस्व ₹7,563 करोड़ रहा, जो तिमाही दर तिमाही 22% की बढ़त है।

    🚀 Blinkit ने दी रफ्तार

    • Blinkit ने ₹11,820 करोड़ का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू दर्ज किया, जो साल-दर-साल 140.1% और तिमाही-दर-तिमाही 25.5% की बढ़त है।
    • मासिक ट्रांजैक्टिंग ग्राहकों की संख्या में 122% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।
    • औसत ऑर्डर मूल्य (AOV) में भी 7.1% सुधार आया।

    🏬 स्टोर विस्तार धीमा, लेकिन प्रभावी

    Q1 में 243 नए ‘डार्क स्टोर्स’ जोड़े गए, जिससे कुल संख्या बढ़कर 1,544 हो गई।

    📊 ब्रोकरेज का नजरिया

    • Nomura ने ₹300 का नया टारगेट देते हुए ‘Buy’ रेटिंग बरकरार रखी।
    • Nuvama ने टारगेट बढ़ाकर ₹320 किया और इन्वेंट्री मॉडल को लाभकारी बताया।
    • Motilal Oswal ने Blinkit को ग्रोथ ड्राइवर मानते हुए ₹310 का टारगेट दिया।
    • ICICI Securities ने भी सकारात्मक दृष्टिकोण जताते हुए टारगेट ₹315 तक बढ़ाया।

     

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  • टाइटन कंपनी ने दमास ज्वेलरी में 67% हिस्सेदारी खरीदी | $282 मिलियन का अधिग्रहण टाइटन कंपनी लिमिटेड, जो टाटा समूह और तमिलनाडु इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (TIDCO) की संयुक्त पहल है, ने दुबई स्थित अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Titan Holdings International FZCO के माध्यम से दमास LLC में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। यह सौदा क़रीब $282 मिलियन (AED 1,038 मिलियन) का है। 📌 अधिग्रहण की प्रमुख बातें: – दमास LLC, दमास इंटरनेशनल लिमिटेड (क़तर की Mannai Corporation की सहायक कंपनी) के तहत आता है। – अधिग्रहण की राशि टाइटन कंपनी की आंतरिक आय, मौजूदा नकदी, और ऋण के माध्यम से दी जाएगी। – टाइटन को 31 दिसंबर 2029 के बाद शेष 33% हिस्सेदारी खरीदने का विकल्प प्राप्त होगा। ✨ टाइटन और दमास: नया वैश्विक विस्तार टाइटन के मैनेजिंग डायरेक्टर सीके वेंकटारामन ने कहा कि यह अधिग्रहण टाइटन को केवल प्रवासी भारतीयों के बाजार से आगे ले जाकर विविध राष्ट्रीयताओं तक पहुंच दिलाएगा। दमास ब्रांड GCC देशों में उत्पाद नवाचार, गुणवत्ता, और ग्राहक अनुभव के लिए मशहूर है। 🏬 दमास की विरासत: – स्थापना: 1907 – मुख्यालय: दुबई – संचालन: 146 स्टोर्स पूरे GCC में – UAE, सऊदी अरब, क़तर, ओमान, कुवैत और बहरीन 🔁 Mannai Corporation की भूमिका: Mannai अगले 4 वर्षों तक दमास में अल्पसंख्यक हिस्सेदारी बनाए रखेगी। इस सौदे की प्राप्त राशि का उपयोग मूल व्यापार, आईटी सेवाओं का विस्तार करने और ग्रुप डेट कम करने में किया जाएगा।  🏷️ वेबसाइट टैग्स (कॉमा सेपरेटेड) Titan Company, Damas Jewellery Acquisition, GCC Jewellery Market, Titan Tata Group, Mannai Corporation, Titan Damas Deal, Jewellery Business UAE, Investment News India, Corporate Acquisition, Titan Expansion News  🔍 Focus Keyword Titan Damas Acquisition 2025  अगर आप चाहें तो इसके लिए एक आकर्षक थंबनेल या SEO ऑप्टिमाइज़्ड मेटा डिस्क्रिप्शन भी तैयार कर सकता हूँ। बताइए, कहाँ फोकस करना है ✨📈

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    टाइटन कंपनी लिमिटेड

    , जो टाटा समूह और तमिलनाडु इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (TIDCO) की संयुक्त पहल है, ने दुबई स्थित अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Titan Holdings International FZCO के माध्यम से दमास LLC में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। यह सौदा क़रीब $282 मिलियन (AED 1,038 मिलियन) का है।

    📌 अधिग्रहण की प्रमुख बातें:

    • दमास LLC, दमास इंटरनेशनल लिमिटेड (क़तर की Mannai Corporation की सहायक कंपनी) के तहत आता है।
    • अधिग्रहण की राशि टाइटन कंपनी की आंतरिक आय, मौजूदा नकदी, और ऋण के माध्यम से दी जाएगी।
    • टाइटन को 31 दिसंबर 2029 के बाद शेष 33% हिस्सेदारी खरीदने का विकल्प प्राप्त होगा।

    ✨ टाइटन और दमास: नया वैश्विक विस्तार

    टाइटन के मैनेजिंग डायरेक्टर सीके वेंकटारामन ने कहा कि यह अधिग्रहण टाइटन को केवल प्रवासी भारतीयों के बाजार से आगे ले जाकर विविध राष्ट्रीयताओं तक पहुंच दिलाएगा। दमास ब्रांड GCC देशों में उत्पाद नवाचार, गुणवत्ता, और ग्राहक अनुभव के लिए मशहूर है।

    🏬 दमास की विरासत:

    • स्थापना: 1907
    • मुख्यालय: दुबई
    • संचालन: 146 स्टोर्स पूरे GCC में – UAE, सऊदी अरब, क़तर, ओमान, कुवैत और बहरीन

    🔁 Mannai Corporation की भूमिका:

    Mannai अगले 4 वर्षों तक दमास में अल्पसंख्यक हिस्सेदारी बनाए रखेगी। इस सौदे की प्राप्त राशि का उपयोग मूल व्यापार, आईटी सेवाओं का विस्तार करने और ग्रुप डेट कम करने में किया जाएगा।

     

     

     

     

  • Wipro Q1FY26 रिजल्ट: 7% QoQ गिरावट के बावजूद ₹3,336 करोड़ का मुनाफा, ₹5 का अंतरिम डिविडेंड घोषित

    Wipro Q1FY26 रिजल्ट: 7% QoQ गिरावट के बावजूद ₹3,336 करोड़ का मुनाफा, ₹5 का अंतरिम डिविडेंड घोषित

    Wipro Q1FY26 रिजल्ट्स हिंदी में (July 17, 2025)

    भारत की चौथी सबसे बड़ी IT कंपनी Wipro ने 17 जुलाई को बाज़ार बंद होने के बाद अपनी जून तिमाही (Q1FY26) के नतीजे जारी किए। कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट ₹3,336 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही की तुलना में 7% कम है, लेकिन पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 10% अधिक है। यह विश्लेषकों की ₹3,268 करोड़ की उम्मीद से बेहतर रहा।

    📉 डॉलर टर्म्स में राजस्व गिरावट

    कंपनी का कांस्टेंट करंसी रेवेन्यू $2,590 मिलियन रहा, जिसमें 2% QoQ और 2.3% YoY की गिरावट दर्ज की गई। IT सर्विसेस से रेवेन्यू $2,587.4 मिलियन रहा, जिसमें 0.3% QoQ और 1.5% YoY की गिरावट दर्ज की गई।

    💰 रुपए में बढ़ी आय, ₹5 डिविडेंड घोषित

    रुपये में कंपनी की कुल आय ₹22,134 करोड़ रही, जो Q1FY25 के ₹21,964 करोड़ से अधिक है और विश्लेषकों के ₹21,829 करोड़ के अनुमान को पार कर गई।
    कंपनी ने ₹5 प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। रिकॉर्ड डेट 28 जुलाई 2025 तय की गई है, और भुगतान 15 अगस्त 2025 तक किया जाएगा।

    📊 ऑपरेटिंग मार्जिन और बुकिंग्स

    • EBIT मार्जिन YoY आधार पर 80 बेसिस पॉइंट बढ़कर 17.3% पर पहुंचा।

    • कुल बुकिंग (TCV) $4,971 मिलियन रही, जो पिछले क्वार्टर ($3,955 मिलियन) और पिछले साल ($3,284 मिलियन) से ज्यादा है।

    • लार्ज डील TCV $2,666 मिलियन रहा, जो Q4FY25 में $1,154 मिलियन था।

    🗣️ CEO की टिप्पणी

    Wipro के CEO और MD Srini Pallia ने कहा:

    “इस तिमाही में मैक्रो इकोनॉमिक अनिश्चितता के बीच ग्राहकों ने एफिशिएंसी और लागत कम करने को प्राथमिकता दी। हमने 16 लार्ज डील्स कीं जिनमें से दो मेगा डील्स थीं। AI अब एक्सपेरिमेंटल नहीं रहा – यह हमारे ग्राहकों की रणनीति का केंद्र बन गया है।”

    📈 आगे की गाइडेंस

    कंपनी ने IT सर्विसेज से Q2FY26 के लिए $2,560 मिलियन से $2,612 मिलियन की रेवेन्यू गाइडेंस दी है, जो -1.0% से 1.0% की QoQ ग्रोथ को दर्शाता है।

  • HDFC Bank शेयर प्राइस में उछाल | डिविडेंड और बोनस शेयर पर बोर्ड की बैठक 19 जुलाई को

    HDFC Bank शेयर प्राइस में उछाल | डिविडेंड और बोनस शेयर पर बोर्ड की बैठक 19 जुलाई को

    HDFC Bank शेयरों में तेजी, 19 जुलाई को बोनस और डिविडेंड पर फैसला

    HDFC Bank के शेयरों में बुधवार को अच्छी खासी तेजी देखी गई जब बैंक ने यह घोषणा की कि वह अपने Q1 वित्तीय परिणामों के साथ-साथ स्पेशल डिविडेंड और बोनस शेयर पर विचार करेगा।

    बुधवार को HDFC Bank का शेयर प्राइस BSE पर 1.33% बढ़कर ₹2,021.90 प्रति शेयर तक पहुंच गया।


    🗓️ बोर्ड मीटिंग और संभावित घोषणाएं

    बैंक ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि 19 जुलाई 2025 (शनिवार) को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें जून तिमाही के नतीजों को मंजूरी दी जाएगी। साथ ही, FY 2025-26 के लिए स्पेशल इंटरिम डिविडेंड और बोनस शेयर इश्यू पर भी विचार किया जाएगा।


    💸 HDFC Bank डिविडेंड हिस्ट्री

    वर्ष डिविडेंड (₹ प्रति शेयर)
    2025 ₹22 (27 जून)
    2024 ₹19.50 (10 मई)
    2023 ₹19 (16 मई)
    2022 ₹15.50 (12 मई)
    2021 ₹6.50 (29 जून)

    यह दर्शाता है कि बैंक अपने निवेशकों को लगातार अच्छा रिटर्न दे रहा है।


    📊 HDFC Bank Q1 FY26 अनुमानित परिणाम

    Motilal Oswal के अनुसार, HDFC Bank का शुद्ध लाभ 5.9% की वृद्धि के साथ ₹17,130 करोड़ तक पहुँच सकता है, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹16,175 करोड़ था।


    📈 शेयर प्राइस परफॉर्मेंस

    • पिछले 1 महीने में: 🔼 5% बढ़त

    • पिछले 3 महीने में: 🔼 8%

    • पिछले 6 महीने में: 🔼 22%

    • वर्ष-दर-वर्ष: 🔼 24%

    • पिछले 5 वर्षों में: 🔼 91% रिटर्न

    HDFC Bank अपने निवेशकों को लगातार स्थिर और बेहतर रिटर्न दे रहा है, जिससे यह शेयर बाजार में एक भरोसेमंद विकल्प बन चुका है।


    🔚 निष्कर्ष

    HDFC Bank के शेयरों में आई तेजी और आगामी बोर्ड बैठक से निवेशकों को अच्छी खबर मिल सकती है। बोनस शेयर और स्पेशल डिविडेंड की घोषणा से आने वाले दिनों में शेयर और तेजी पकड़ सकता है। निवेशकों को 19 जुलाई की बैठक पर नज़र बनाए रखनी चाहिए।

  • Bosch 2025 योजना: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नवाचार में निवेश की नई दिशा

    Bosch 2025 योजना: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नवाचार में निवेश की नई दिशा

    1. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बड़ा निवेश

    Bosch ने 2027 तक AI विकास के लिए €2.5 बिलियन निवेश की योजना बनाई है। इसका लक्ष्य ऑटोमोबाइल, उद्योग, उपभोक्ता उत्पाद और ई-बाइक्स जैसे क्षेत्रों में AI का उपयोग बढ़ाना है। Bosch के पास अब 1,500 से अधिक AI पेटेंट हैं और 5,000 से अधिक विशेषज्ञ कार्यरत हैं।


    2. AI-सक्षम उत्पाद और प्रक्रिया

    • स्वचालित ड्राइविंग: भविष्य की कारों में AI आधारित पर्यावरण विश्लेषण और रूट योजना।

    • उद्योग 4.0: फैक्ट्रियों में निर्णय लेने के लिए एजेंटिक AI।

    • स्मार्ट उपकरण: जैसे दीवार स्कैनर, AI ओवन जो 80+ व्यंजन पहचान सकता है।

    • e-बाइक: “Range Control” AI फीचर जो बैटरी का इष्टतम उपयोग करता है।


    3. कर्मचारियों को AI में प्रशिक्षित करना

    Bosch ने अपनी AI Academy के माध्यम से 65,000+ कर्मचारियों को AI में प्रशिक्षित किया है। नया AI टूल AskBosch अब जापान में 50,000+ मासिक उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रयोग किया जा रहा है।


    4. अमेरिका में रणनीतिक विस्तार

    • Bosch ने $6 बिलियन+ का निवेश अमेरिका में अधिग्रहण और प्लांट विस्तार में किया।

    • अमेरिका को 2030 तक Bosch के लिए सबसे बड़ा मार्केट माना जा रहा है।

    • Mobility सेक्टर में ADAS, हाइब्रिड टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर-आधारित वाहनों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।


    5. प्रदर्शन और प्रचार रणनीति

    • Tech Day 2025 (24 जून) में Bosch ने AI आधारित इनोवेशन प्रदर्शित किए।

    • CES 2025 में AI ओवन, स्मार्ट बेबी क्रिब, MEMS सेंसर आदि पेश किए गए।

  • ICICI Lombard का शुद्ध लाभ Q1FY26 में 29% बढ़कर ₹747 करोड़ हुआ

    ICICI Lombard का शुद्ध लाभ Q1FY26 में 29% बढ़कर ₹747 करोड़ हुआ

    • शुद्ध लाभ में वृद्धि:
      ICICI Lombard का शुद्ध लाभ अप्रैल–जून तिमाही FY26 में 29% YoY बढ़कर ₹747.08 करोड़ पहुंचा, जबकि Q1FY25 में यह ₹580.37 करोड़ था।

    • प्रीमियम आय:
      कंपनी की ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम इनकम (GDPI) Q1FY26 में ₹7,735 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष की ₹7,688 करोड़ से 0.6% अधिक है।

    • 1/N नियम का प्रभाव:
      यदि 1/N लेखांकन नियम के प्रभाव को हटाया जाए, तो GDPI में 4.8% की YoY वृद्धि हुई।

    • नया प्रीमियम रिपोर्टिंग नियम:
      IRDAI ने 1 अक्टूबर 2024 से 1/N फॉर्मूले के अनुसार दीर्घकालिक प्रीमियम रिपोर्टिंग को अनिवार्य किया है।

    • मोटर बीमा रणनीति:
      कंपनी ने मोटर बीमा क्षेत्र में सूक्ष्म पोर्टफोलियो विभाजन और वितरण विस्तार की रणनीति अपनाई है।

    • हेल्थ बीमा क्षेत्र में वृद्धि:
      Q1FY26 में हेल्थ बीमा में 3.5% वृद्धि दर्ज की गई, जबकि रिटेल हेल्थ बीमा में 32% से अधिक YoY वृद्धि हुई।

    • खर्च में इजाफा:
      कंपनी के कुल खर्च ₹5,429.23 करोड़ रहे, जो YoY 12% की वृद्धि दर्शाता है।

    • संयुक्त अनुपात (Combined Ratio):
      Q1FY26 में संयुक्त अनुपात 102.90% रहा, जबकि Q1FY25 में यह 102.30% था।

    • दावा अनुपात (Claims Ratio):
      दावा अनुपात Q1FY26 में 73% रहा, जो Q1FY25 के 74% से थोड़ा कम है।

    • सॉल्वेंसी अनुपात:
      सॉल्वेंसी अनुपात Q1FY26 में 270% रहा, जो नियामकीय आवश्यकता 150% से काफी अधिक है। FY25 की समान तिमाही में यह 256% था।