1. अमेरिकी बाज़ार (Dow Jones) में 1% से अधिक की मजबूती
पिछले ट्रेडिंग सेशन में Dow Jones 1% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ, जिससे सामान्य तौर पर एशियाई बाज़ारों में पॉज़िटिव माहौल बनता है।
लेकिन बाज़ार हमेशा सीधे-सीधे ग्लोबल ट्रेंड को फॉलो नहीं करता, खासकर जब domestic market पहले से एक दायरे में फंसा हो।
2. भारतीय बाजार ( Indian Market ) 26,000 के स्तर पर लगातार टिके हुए
बीते कुछ दिनों से भारतीय बाजार (Nifty 50) लगभग 26,000 के आसपास कंसोलिडेशन मोड में है।
इसका मतलब:
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न तो बाज़ार में मजबूत बढ़त दिख रही है
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न ही तेज गिरावट
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निवेशक बड़े फैसलों से पहले इंतज़ार की रणनीति अपना रहे हैं
कभी बाजार धीमा पड़ता है, कभी हल्की तेजी दिखाता है—यह व्यवहार बताता है कि बाज़ार फिलहाल “ब्रेकआउट” का इंतजार कर रहा है।


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